ज़िन्दगी होले होले से अपनी मौत की ओर बढ़ रही है,
मैं इस गलतफहमी में हूँ की मैं अभी और जियूँगा
तुमको मेरा ये कहना हो सकता है रास न आये
पर जो आमादा हैं मुझे देखने को
तड़पता, सिसकता, अपने आप से जूझता,
उनका क्या .............?
मैं इस गलतफहमी में हूँ की मैं अभी और जियूँगा
तुमको मेरा ये कहना हो सकता है रास न आये
पर जो आमादा हैं मुझे देखने को
तड़पता, सिसकता, अपने आप से जूझता,
उनका क्या .............?