तू माना करे तो मैं भी हर बात माना करूँ...

तेरी वफ़ा, ना-वफ़ा सब देख ली है अब तक
अच्छा है न तेरी गली आना-जाना करूँ
क्या कहूँ तुझसे और कितनी सुनूं तेरी
तू माना करे तो मैं भी हर बात माना करूँ...

             - मनीष कुमार यादव