कुछ यूं हुआ कि छोटी सी रवानी पे लड़ गए
कभी कुर्-आन कभी रामायण की कहानी पे लड़ गए
जिनको लड़ना था अस्मत-ए-मादर-ए-हिन्द के लिए
बाग-ए-कश्मीर में बारूद की बागानी पे लड़ गए
सिखाते रह गए जिनको हम वफ़ा-ए-फ़र्ज़
देखिये एक बेवफा की जवानी पे लड़ गए
खुद उनके दामन रहे हमेशा ही दागदार
जाने किस हक़ हमारी कारिस्तानी पे लड़ गए
कर दिया सरकार ने जब सारा जहां खराब
हम एक दूसरे से उनकी मनमानी पे लड़ गए
03.09.2015
कभी कुर्-आन कभी रामायण की कहानी पे लड़ गए
जिनको लड़ना था अस्मत-ए-मादर-ए-हिन्द के लिए
बाग-ए-कश्मीर में बारूद की बागानी पे लड़ गए
सिखाते रह गए जिनको हम वफ़ा-ए-फ़र्ज़
देखिये एक बेवफा की जवानी पे लड़ गए
खुद उनके दामन रहे हमेशा ही दागदार
जाने किस हक़ हमारी कारिस्तानी पे लड़ गए
कर दिया सरकार ने जब सारा जहां खराब
हम एक दूसरे से उनकी मनमानी पे लड़ गए
03.09.2015