कभी मंदिर गए, कभी मैकदा गए
तुमको ढूँढने जाने कहाँ कहाँ गए
सारी कायनात में छायी है तुम्हारी खुशबू
बस तुम मिले, हम जहां जहां गए
26.12.2014
तुमको ढूँढने जाने कहाँ कहाँ गए
सारी कायनात में छायी है तुम्हारी खुशबू
बस तुम मिले, हम जहां जहां गए
26.12.2014